वह सहसा ही मौन तोड़ता, और पूछता कब आओगे. वह सहसा ही मौन तोड़ता, और पूछता कब आओगे.
बहुत मुश्किल है अब बचपना यारों कितना आसान था बड़ा हो जाना! बहुत मुश्किल है अब बचपना यारों कितना आसान था बड़ा हो जाना!
नजरों को तलाश है उस इंसान की जो कर सके वफ़ा, नजरों को तलाश है उस इंसान की जो कभी न हो ! नजरों को तलाश है उस इंसान की जो कर सके वफ़ा, नजरों को तलाश है उस इंसान की जो क...
अपनी ममता का आँचल, तूने मुझ पर वार दिया था। अपनी ममता का आँचल, तूने मुझ पर वार दिया था।
52 हफ्ते 52 कविता लिखकर जीतूँगी प्रतियोगिता 52 हफ्ते 52 कविता लिखकर जीतूँगी प्रतियोगिता
फिर कलम से कर ली थीं मैंने दोस्ती, दिल-ए-जज़्बात शब्दों में सजाने को। फिर कलम से कर ली थीं मैंने दोस्ती, दिल-ए-जज़्बात शब्दों में सजाने को।